baglamukhi sadhna - An Overview
baglamukhi sadhna - An Overview
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ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।
देवी के लिए नैवेद्य के पदार्थ बनाते समय मिर्च, नमक और तेल का प्रयोग अल्प मात्रा में करें और घी जैसे सात्विक पदार्थों का प्रयोग अधिक करें। नैवेद्य के लिए सिद्ध (तैयार) की गई थाली में नमक न परोसें। भगवती को नैवेद्य निवेदित करने से पहले अन्न ढककर रखना चाहिए। नैवेद्य समर्पण में सर्वप्रथम इष्टदेवता या इष्टदेवी से प्रार्थना कर भगवती के समक्ष भूमि पर जल से चौकोर मंडल बनाएं तथा उस पर नैवेद्य की थाली रखें। नैवेद्य समर्पण में थाली के सर्व ओर घडी के कांटे की दिशा में एक ही बार जल का मंडल बनाएं। पुनः विपरीत दिशा में जल का मंडल न बनाएं। नैवेद्य निवेदित करते समय ऐसा भाव रखें कि ‘हमारे द्वारा अर्पित नैवेद्य माँ बगलामुखी तक पहुंच रहा है तथा देवी उसे ग्रहण कर रही हैं।’
हस्तैर्मुद़गर पाशवज्ररसना सम्बि भ्रति भूषणै
दूसरा उपचार: देवी को पत्र-पुष्प (पल्लव) चढाना
पांचवां उपचार: आचमन (देवी को कुल्ला करने के लिए जल देना; मुख-प्रक्षालन)
Bagalamukhi is thought by the popular epithet Pitambara-devi or Pitambari, “she who wears yellow dresses”. The iconography and worship rituals regularly seek advice from the yellow colour.
6] I am sharing a description of the female who will come and may hinder you. She's non-apart from the Goddess Baglamukhi herself who may have come to test you. Though the test is demanding. She is going to can be found in an exceptionally Terrifying issue, carrying a garland made of skulls, with sunken eyes and getting a actual head in her hands away from which blood is continually coming and she is consuming the blood. She might have a Khappar together with her employing which she may perhaps scare you. All this she's going to do before you.
आचमनी में जल लेकर उसमें चंदन, अक्षत तथा पुष्प डालकर, उसे मूर्ति के हाथ पर चढ़ाएं ।
इस प्रकार स्पष्ट होता है कि ‘स्वतन्त्र here तन्त्र’ में उल्लिखित कथा और ‘कृष्ण यजुर्वेद’ के दोनों मन्त्रों में कथित श्रीबगला-तत्त्व अभिन्न हैं।
Baglamukhi Mantra Goddess Baglamukhi is really a standout amongst probably the most capable indications of the Common Mother. Because of the limitless forces of this incarnation, Baglamukhi is proclaimed as the defender of fine as well as destroyer of all shrewd.
I had been struggling from dread of struggling with public Whilst all my operate is to maintain Conference new people and sometimes
two] In the thirteen days a person has to observe rapidly and only consume milk. The Sadhak simply cannot take in or drink anything. You can consume milk just as much times as they want. That is it. No other type of food items or drink is authorized.
अर्थात् ‘शत्रु के विनाश के लिए कृत्या-विशेष भूमि में जो गाड़ देते हैं, उन्हें नाश करनेवाली वैष्णवी महा-शक्ति को वलगहा कहते हैं।’ यही अर्थ वगला-मुखी का भी है। ‘खनु अवदारणे ‘ इम धातु से मुख’ शब्द बनता है, जिसका अर्थ मुख में पदार्थ का चर्वण या विनाश ही अभिप्रेत होता है। इस प्रकार शत्रुओं द्वारा किए हुए अभिचार को नष्ट करनेवानी महा-शक्ति का नाम ‘बगला-मुखी’ चरितार्थ होता है। श्रीमहीधर ने इसका स्पष्ट अर्थ ऐसा किया है-
My name is Rudra Nath, I'm a Nath Yogi, I have completed deep investigation on Tantra. I have discovered this awareness by dwelling around saints and professional persons.